नोबिता के पूर्वज (अंग्रेजी: नोबिताज़ अनसस्टर्स; जापानी: ご先祖さまがんばれ) डोरेमोन (२००५ ऐनिमे धारावाहिक) का एक एपिसोड है।
प्लॉट[]
एपिसोड की शुरुआत सुनियो के घर पर होती है। नोबिता, जियान और शिज़ुका को एक कवच दिखाया जाता है, जो सुनियो के पूर्वजों की तरफ से उसके लिए एक तोहफा था। सुनियो उसके पूर्वज के सबसे ताकतवर होने का दिखावा करता है, और घर जाते हुए बाकि तीनों अपने भावनाओं के मुताबिक अपने पूर्वजों के बारे में बताते हैं। नोबिता अपने पापा से पूछता है कि उनके पूर्वज कैसे थें, तो वे जवाब देते हैं कि वे एक शिकारी थें और पहाड़ों पर रहते हुए बहुत अच्छी तरह से पंछियों और जानवरों का शिकार कर सकते थें।
नोबिता डोरेमोन से उसे टाइम मशीन की मदद से उस समय में ले जाने को कहता है ताकि वह अपने पूर्वज की सच्चाई जान कर सुनियो को मज़ा चखा सके। पहाड़ों में आने के बाद, वे निश्चित होते हैं कि नोबिता के पूर्वज यहीं रहते हैं (क्योंकि वह जगह नोबिसुके के विवरण से मिलती-जुलती थी)। अचानक डोरेमोन को एक तीर लग जाती है और वह नीचे गिर जाता है, और एक लड़का चिल्लाता हुआ आता है की 'उसने कितने बड़े रकून का शिकार किया है'। डोरेमोन उसे रकून बुलाए जाते देख नाराज़ हो जाता है और वह लड़का उससे भागते हुए एक पेड़ से टकरा कर नीचे गिर जाता है। नोबिता डोरेमोन के शरीर से तीर निकाल देता (उसे कुछ नहीं होता क्योंकि वह एक रोबोट है) और उस लड़के से शांति से उसका नाम पूछता है। वह लड़का ही उनका पूर्वज होता है और उसका नाम था नोबिसाकु नोबी। उसी समय एक जंगली सूअर उनके पीछे पड़ जाता है और नोबिता और डोरेमोन को पता चलता है कि वह बस छोटे जानवरों का ही शिकार कर सकता है। जब वे छोटी पर पहुँच जाते हैं, ओमारु सूअर हो मारता है।
एपिसोड के आखिर में वे टाइम टीवी की मदद से नोबिसाकु पर नज़र रखते हैं और देखते हैं कि वह एक सूअर का शिकार कर काफी खुश हो रहा है, और वह बिलकुल भी नहीं बदला। नोबिता का परिवार इसलिए कोई प्रगति नहीं करता; वे गहरी साँस लेते हैं और कहते हैं, "इनका कुछ नहीं हो सकता"।
पात्र[]
- नोबिता नोबी
- डोरेमोन
- शिज़ुका मिनामोटो
- ताकेशी गोडा
- सुनियो ओनेकावा
- नोबिसाकु नोबी
इस्तेमाल किए गए यंत्र[]
- टाइम मशीन
- बैम्बू-कॉप्टर
- इनविज़िबल क्लॉथ
- सुपर-ग्लव्स
सामान्य ज्ञान[]
- जापानी और फिलिपिनो डबों में नोबिता और नोबिसाकु को एक ही स्वर-अभिनेता ने आवाज़ दिया था।
- डोरेमोन जितने यंत्र निकालता है, उसका स्वर उतना ही ऊँचा होता जाता है।